[बैराग्यप्रकाश : अन्तर्ग्गत भजनप्रदीप व सज्जनबिलास : जिसमें अत्युत्तम बैराग्य व ज्ञान निर्मान और काम क्रोध लोभ मोह जगद्विषयादि खण्डन सहित ईश्वर यशानुराग मण्डन व भगवती शिवकाशी विश्वनाथादिप्रशंसा सहित मनोहरपद अल्हैया भैरवी होरी खेम टादिरागोंमें बर्णित है / माधवसिंहने निर्मित किया]