व्यवहार भाष्य : मूलपाठ, पाठान्तर, पाठान्तर-विमर्श, निर्युक्ति, विस्तृत भूमिका तथा विविध परिशिष्टों से समलंकृत / वाचना प्रमुख, गणाधिपति तुलसी ; प्रधान संपादक, आचार्य महाप्रज्ञ ; संपादिका, समणी कुसुमप्रज्ञा
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